ख्वाबो की मंजिल
ख्वाब था एक तु
जिसे हकीकत बनाया था तुने
अधूरी सी ख्वाइश था तु
जिसे पुरा किया तुने
एक एक पल की जिंदगी तु था
जिसे दिया था मुझे तुने
हर एक वो निवाला खाने का तेरा
जिसमे प्यार डाला था तुने
एक लम्बे सफ़र का साथी तु था
जिसकी शुरूआत की थी तुने
और एक दिन ख्वाब टूट गया
जिसे मैने नाज़ो से पाला था
एक और ख्वाइश टूट गयी
जिसे मैने दिल से चाही थी
कहा खुट गयी वो जिंदगी
जिसे मैने जीना सीखा था
कब रेह गया वो खाना ऐसे ही
जिसे मैने प्यार से परोसा था
लम्बा सा वो सफ़र छुट गया राहों में ही
जिसे मैने मंजिल का रास्ता समजा था
और आज जब निगाहे रस्ते पे है तो
लगता है की तु और मै ही छूट गए है रस्ते तो वोही है
अधूरी सी ख्वाइश था तु
जिसे पुरा किया तुने
एक एक पल की जिंदगी तु था
जिसे दिया था मुझे तुने
हर एक वो निवाला खाने का तेरा
जिसमे प्यार डाला था तुने
एक लम्बे सफ़र का साथी तु था
जिसकी शुरूआत की थी तुने
और एक दिन ख्वाब टूट गया
जिसे मैने नाज़ो से पाला था
एक और ख्वाइश टूट गयी
जिसे मैने दिल से चाही थी
कहा खुट गयी वो जिंदगी
जिसे मैने जीना सीखा था
कब रेह गया वो खाना ऐसे ही
जिसे मैने प्यार से परोसा था
लम्बा सा वो सफ़र छुट गया राहों में ही
जिसे मैने मंजिल का रास्ता समजा था
और आज जब निगाहे रस्ते पे है तो
लगता है की तु और मै ही छूट गए है रस्ते तो वोही है